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  1. Shayario

 

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यह वेबसाइट उन सभी दिलों की आवाज़ है जो कभी हँसे, कभी रोए और कभी किसी से बिना वजह इल्ज़ाम झेले। यहाँ आपको प्यार, दर्द, तन्हाई, दोस्ती और बेवफाई पर बेहतरीन शायरी पढ़ने को मिलेगी – वो भी सिर्फ दो लाइनों में जो सीधे दिल में उतर जाएं।

 

Dharmendra ❤️‍🔥
Dharmendra ❤️‍🔥

 

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❤️ Best Love शायरी – 2 लाइन

🥀 शायरी 1

तेरे बिना हर ख़ुशी अधूरी लगती है,

ज़िंदगी जैसे खुद से ही रूठी लगती है।

💔 शायरी 2

जिसे टूट कर चाहा, वो ही समझ न सका,

हम दर्द छुपाते रहे, वो वजह बनता रहा।

😔 शायरी 3

अब हँसी में भी दर्द छुपा होता है,

तेरे बिना हर लम्हा ख़ामोश सा होता है।

💔 शायरी 4

तेरी यादें हर रात आकर रुला जाती हैं,

जैसे नींद से पहले तन्हाई सुनाती है।

🕯️ शायरी 5

अगर जुदा ही होना था तो मिलाया क्यों?

दिल को

इतनी उम्मीदों से सजाया क्यों?

🥀 शायरी 6

तेरे बिना ये साँसें भी बोझ सी लगती हैं,

हर सुबह सुनी और हर रात अधूरी लगती है।

💔 शायरी 7

जिसे आंखों में बसा रखा था सपना बनाकर,

उसी ने तोड़ दिया आईना बनाकर।

😔 शायरी 8

अब खुद से मिलने का मन नहीं करता,

तेरे जाने के बाद कोई अपना सा नहीं लगता।

🖤 शायरी 9

तू गया तो सब कुछ होते हुए भी कुछ नहीं रहा,

जैसे रूह तो है, पर जिस्म कहीं रह गया।

💔 शायरी 10

एक तेरे जाने से इतनी ख़ामोशी छा गई,

के दिल की धड़कनें भी सवाल करने लगीं।

🥀 शायरी 11

जिसे पकड़ कर रखा था आख़िरी उम्मीद समझकर,

वो हाथ छुड़ा कर ऐसे गया, जैसे कुछ था ही नहीं।

😢 शायरी 12

अब आँखें नम नहीं होती, बस थक चुकी हैं,

हर रोज़ तुझे याद करके टूट चुकी हैं।

🕯️ शायरी 13

कभी सोचा न था, तन्हाई इतनी गहरी होगी,

तेरे बिना हर बात अधूरी, हर खुशी अधूरी होगी।

💔 शायरी 14

जिस दिल ने तुझे सबसे ज़्यादा चाहा,

उसी को सबसे ज़्यादा दर्द मिला।

🥀 शायरी 15

अब मोहब्बत नहीं होती किसी से,

तेरे बाद दिल ने किसी को काबिल ही नहीं समझा।

🥀 शायरी 16

तेरे बिना सब अधूरा लगता है,
चेहरे पर हँसी भी अब ज़रूरी नहीं लगती।

💔 शायरी 17

तू छोड़ गया तो कोई शिकवा नहीं,
बस अब दिल किसी पर ऐतबार नहीं करता।

😔 शायरी 18

जिसे अपना समझा वो गैर निकला,
और हम खुद से भी बेगाने हो गए।

🖤 शायरी 19

अब तो आईना भी सवाल करता है,
क्यों टूट कर किसी को चाहा था?

💔 शायरी 20

तेरे बिना ये शहर भी अजनबी लगता है,
भीड़ में भी खुद को तन्हा महसूस करता हूँ।

🥀 शायरी 21

बिछड़ कर भी तू हर रोज़ साथ होता है,
तेरी यादें हर लम्हा बरसात होती हैं।

😢 शायरी 22

जिसे पा न सके वही सबसे ज़्यादा याद आता है,
दिल उसी के नाम की धड़कन दोहराता है।

🕯️ शायरी 23

वक़्त के साथ बहुत कुछ बदल गया,
पर तुझसे जुड़ा हर एहसास वहीं ठहर गया।

💔 शायरी 24

ख़ुश रहने की कोशिश करते हैं तुझ बिन,
मगर ये मुस्कान भी अब मजबूरी सी लगती है।

🥀 शायरी 25

जिस दिल में तेरा घर था, वो अब वीरान पड़ा है,
तू चला गया और सब उजड़ सा गया है।

 

🥀 शायरी 26

दिल ने तुझसे मोहब्बत की थी सच्ची,

पर तूने हर एहसास को झूठ बना दिया।

💔 शायरी 27

तेरे बिना अब खामोशियाँ बोलती हैं,

और आवाजें भी सवाल बन गई हैं।

😔 शायरी 28

जिससे जुड़ी थीं सारी उम्मीदें,

वो ही छोड़ गया बिना कुछ कहे।

🖤 शायरी 29

अब तेरा नाम सुनकर भी दर्द होता है,

कभी जो खुशी थी, अब ज़ख्म बन गया है।

💔 शायरी 30

वो जिसे हर रोज़ दुआओं में माँगा,

आज वही वजह बना मेरी तन्हाई का।

🥀 शायरी 31

तेरे बाद कोई भी वैसा नहीं लगा,

हर रिश्ता बस अधूरा सा लगा।

😢 शायरी 32

इश्क़ किया था, कोई सौदा नहीं था,

जो तू इस तरह बदल गया

🕯️ शायरी 33

तेरी यादों का भी अब शोर नहीं होता,

बस दिल धीरे-धीरे खामोश होता जा रहा है।

💔 शायरी 34

तू पास नहीं, फिर भी हर जगह है,

तेरी कमी सबसे ज़्यादा महसूस होती है।

🥀 शायरी 35

तेरे जाने के बाद दिल ने रिश्तों से डरना सीख लिया,

अब किसी से जुड़ने का मन नहीं करता।

🖤 शायरी 36

तू था तो हर चीज़ में रंग था,

अब सब कुछ फीका लगता है।

💔 शायरी 37

तन्हा रहना अब आदत बन गई है,

तेरे बाद कोई अपना लगा ही नहीं।

😔 शायरी 38

जिस दिन से गया है तू,

हर दिन एक सज़ा जैसा लगता है।

🕯️ शायरी 39

दिल भी अब तुझसे सवाल नहीं करता,

बस तेरी यादों से बातें कर लेता है।

🥀 शायरी 40

तेरी बातें अब भी ज़ेहन में गूंजती हैं,

जैसे तन्हाई भी तुझसे मोहब्बत करती हो।

💔 शायरी 41

वो लौटे भी तो क्या होगा,

अब हम पहले जैसे रहे कहाँ हैं।

🖤 शायरी 42

जिसे अपना सब कुछ मान बैठे थे,

वो ही गैरों जैसा बर्ताव कर गया।

😢 शायरी 43

ना तेरा होना अच्छा था, ना तेरा जाना,

तू हर हाल में दर्द ही दे गया।

🥀 शायरी 44

अब किसी को खोने का डर नहीं,

क्यों

कि अपना तो बहुत पहले खो चुके हैं।

💔 शायरी 45

तू अगर लौट भी आए, तो क्या फर्क पड़ेगा,

अब दिल तुझसे नहीं, खुद से टूटा है।

 

🥀 शायरी 46

कभी सोचा था तू जाएगा तो टूट जाऊँगा,

अब हर दिन खुद को बिखरते देखता हूँ।

💔 शायरी 47

जिसे देख कर दिल मुस्कराया करता था,

अब उसी की यादों में रोता हूँ चुपचाप।

😔 शायरी 48

तू गया तो साथ मेरी रूह भी चली गई,

अब जो बचा हूँ, वो बस एक नाम सा लगता है।

🕯️ शायरी 49

तेरे बिना जो जीना है, वो जीना नहीं लगता,

हर धड़कन में अब खालीपन बसता है।

💔 शायरी 50

बहुत कुछ कहा था दिल ने तुझसे,

पर

अफ़सोस… तूने कभी सुना ही नहीं।

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